
नई दिल्ली. कोई भी बैंक आपका खाता सभी सुविधाओं के साथ खोलता है और इन सुविधाओं को देने के लिए बैंक को लागत आती है। इसीलिए बैंक अकाउंट में मिनिमम बैलेंस रखने की मांग करता है। हालांकि बैंक सैलरी अकाउंट और बचत खाते के लिए जीरो बैलेस का ऑफर करता है। क्योंकि सैलरी आने पर मिनिमम बैलेंस बना रहता है और बचत खाते में भी यहीं होता है। जो लोग खाते में मिनिमम बैलेंस नहीं रखते उनसे बैंक जुर्माने के तौर पर पैसे वसूलता है। आपको बताते हैं कि बैंक मंथली एवरेज बैलेंस की गणना किस तरह करता है और आपको अपने खाते में कैसे मंथली एवरेज बैलेंस बनाए रखना चाहिए।
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